मै जानता हूं के वहां पे क्या हुआ होगा
सच्चाई की आवाज़ पे हमला हुआ होगा
सुनता हूं वहां भूख से इक और मर गया
दिल्ली में नया बहस का मुद्दा हुआ होगा
इक और पंछी उड़ गया है आज क़ैद से
फिर से कोई सैयाद अब रुसवा हुआ होगा
लो फिर किसी गरीब ने दी है नई आवाज़
फिर से किसी शरीफ़ को शिकवा हुआ होगा
कोई उठा रहा है अब आवाज़ेइन्क़िलाब
फिर से किसी किताब से फ़तवा हुआ होगा
वो शख़्स कह रहा है के बदला है ये जहान
कह दो उसे उस को कोई धोखा हुआ होगा
उस सड़क पर इक और फिर आया चपेट में
कुछ देर को फिर से वहां मजमा हुआ होगा
वो बिलावजह मरा मिला तो ये जान लो
उसका भी किसी बात पे चर्चा हुआ होगा
रोहित जैन
09-03-2008
कोई उठा रहा है अब आवाज़ेइन्क़िलाब
फिर से किसी किताब से फ़तवा हुआ होगा
वो शख़्स कह रहा है के बदला है ये जहान
कह दो उसे उस को कोई धोखा हुआ होगा
bahut hi khub wah
भई अच्छा है. दुष्यंत की याद आ गई.